अंकुर ‘आनंद’, रोहतक के रहने वाले हैं। वे भारत संचार निगम लिमिटेड में कार्यरत हैं।
प्रकाशित काव्य- संग्रह- ‘काश तुम्हारे अश्रु पोंछू’, ‘कलम जब ठान लेती है’
पढ़िए उनकी कविता:
- तलाश | एक हिन्दी कविता : कवि अंकुर ‘आनंद’ की कविता ‘तलाश’ एक हिन्दी कविता है जो पौराणिक काल की एक घटना को आज से जोड़ने की कोशिश करती है। कौनसी है वह घटना? जानने के लिए पढ़िए यह कविता:
1,809 total views