डूबता चला जाता हूँ | प्रेम की कविता

आरती वत्स की रचना | A Hindi Poem Written by Aarti Vats

डूबता चला जाता हूँ | प्रेम की कविता | कवयित्री आरती वत्स की रचना | A Hindi Poem Written by Poetess Aarti Vats

संक्षिप्त परिचय: जब एक प्रेमी अपनी प्रेमिका के लिए कविता लिखेगा तो उसमें क्या लिखेगा? शायद वो प्रेम की कविता आरती वत्स की यह कविता ‘डूबता चला जाता हूँ’ के जैसी ही होगी।

वो बारिश की बूँदों जैसा
मौसम सुहाना है
उसकी आँखों में गहरा-सा जंगल
जिसमें मैं डूबता चला जाता हूँ
उसकी हँसी मानो गंगा का बहता
पवित्र-सा जल
जिसमें मैं जलतरंण-सा बहता जाता हूँ

उसकी बातें आसमाँ से ऊँची
जिसमें मैं उड़ता चला जाता हूँ
वो चंचल-सी अदाकारा
मैं मौन-सा उसे निहारता हूँ

एक ज्वाला है उसकी आँखों
में उसमें राख होता जाता हूँ
उसकी पसंद सबसे लाजवाब है
मैं तो बस उसमें शामिल होना चाहता हूँ

वो फूल-सी महकती कोई सुगंध
जैसे हो सुबह की पहली किरण
वो पूर्णिमा-सा चाँद
और मैं उस आसमाँ का एक तारा-सा हूँ

मैं जब-जब उसे देखता हूँ
तब-तब अल्फ़ाज़ों से
उसके लिए एक
नई कविता बुनता चला जाता हूँ
उसकी बातों की मधुर-सी कहानी
सुनाता चला जाता हूँ
इस कदर मैं
उस किरदार में डूबता चला जाता हूँ।।

-आरती वत्स✍🏻


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कविता की लेखिका आरती वत्स के बारे में जानने के लिए पढ़ें यहाँ 


पढ़िए आरती वत्स की लिखी हुई और कविताएँ:

  • बदल गई हूँ मैं: आरती वत्स की यह कविता लिखी गयी है महिला के दृष्टिकोण से समाज के लिए। एक महिला पर पुरुष-प्रधान समाज की सोच क्या असर डाल सकती है, यह कविता आपको बताएगी।
  • देवी शक्ति: यह कविता देवी शक्ति और आज की नारी शक्ति के अनेक रूपों का बहुत ही सुंदरता से वर्णन करती है। साथ ही आज के समाज को एक आईना भी दिखाती है।
  • शिव शक्ति : आरती वत्स की यह कविता देवी शक्ति के बारे में है। इस कविता में वे देवी शक्ति के विभिन्न गुणों और विशेषताओं का सुंदरता से वर्णन करती है।
  • अधूरी कहानी: आरती वत्स इस कविता में उस साथ की बात कर रही हैं जो कुछ लम्हों का ही था। वे उस राह की बात कर रही हैं जो आगे जा कर दो रास्तों में बँट जानी थी।
  • मर्द: यह कविता आपको मिलाएगी एक आदर्श पुरुष से। आज के मर्द से। 
  • पत्रकारिता: पत्रकारिता के महत्व पर प्रकाश डालती कविता।

पढ़िए प्रेम की और कविताएँ:

  • तू ज़िंदगी है:  ‘तू ज़िंदगी है’ एक हिंदी कविता है जिसे कवि ज़ुबैर खाँन ने लिखा है। इस कविता में कवि अपने दिल के प्रेम को सुंदर शब्दों में बयाँ कर रहे हैं।
  • तुम कहो आज मैं सुनूँगा: यह कविता दाम्पत्य प्रेम को बनाए रखने का उपाय बड़े ही सरल ढंग से समझाती है। कैसे? जानने के लिए पढ़िए शिखा सिंह (प्रज्ञा) की यह प्रेम पूर्ण कविता ।
  • तुम न आए:  ‘तुम न आए’ एक हिंदी कविता है जिसे कवि ज़ुबैर खाँन ने लिखा है। यह एक प्रेम कविता है जिसमें कवि अपने प्रेम का इंतज़ार कर रहे हैं
  • दीवाना: जैसा की इस कविता के नाम से प्रत्यक्ष है, कवि के. एस. मोबिन की यह सुंदर कविता ‘दीवाना’ – प्रेम और दीवानगी पर है।

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PC: Travis Grossen

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