गणपति बप्पा मोरिया | गणेश चतुर्थी पर कविता

उषा रानी की कविता | A Hindi Poem by Usha Rani

गणपति बप्पा मोरिया | गणेश चतुर्थी पर कविता | उषा रानी की कविता

संक्षिप्त परिचय – गणेश चतुर्थी के अवसर पर गणपति जी की वंदना करती है यह सुंदर कविता।

ऊँ श्री गणेशाय नम:
वाहन चूहे पर विराजे,
गणपति बप्पा मोरिया,
मेरे घर जल्दी आना,
रिध्दी- सिध्दी साथ लाना ।
प्रथम पूजा तुम्हारी करूँ,
आरती सजा कर लाऊँ,
मोदक का भोग लगाऊं,
फूल माला पहना कर,
तुम्हारा स्वागत करूँ,
श्रध्दा विश्वास से सिर नवाऊं,
गणपति बप्पा मोरिया,
मेरे घर जल्दी आना,
रिध्दी- सिध्दी साथ लाना ।
मंगलमूर्ति संकट नाशक,
हरो सारे कष्ट विघ्नहर्ता,
दुष्टों का तुम नाश करना,
भक्तों की रक्षा करना,
मनोकामनाएँ पूर्ण करना,
गणपति बप्पा मोरिया,
मेरे घर जल्दी आना,
रिध्दी- सिध्दी साथ लाना ।
एक दंत दया वंत कहलाते,
भक्तों की पीड़ा हर लेते,
सब रूपों में पूज्य हो तुम,
सब कार्यों को पूर्ण करते,
इसी से प्रथम पूजे जाते ।
संसारी जय जयकार करते ।
गणपति बप्पा मोरिया,
मेरे घर जल्दी आना,
रिध्दी- सिध्दी साथ लाना ।

स्वरचित कविता
उषा माहेश्वरी पुंगलिया जोधपुर राजस्थान


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पढ़िए गणेश चतुर्थी पर और कविताएँ :


पढ़िए उषा रानी जी की और कविताएँ :

  • भंवर तनावों के : आज इंसान ने तरक़्क़ी तो बहुत कर ली है पर क्या वो जिस सुकून की तलाश में था वो उसे मिल पाया है? जीवन पथ के कुछ ऐसे ही संघर्ष पर प्रकाश डालती है उषा रानी जी की यह कविता ।
  • यमराज बनी सड़कें  : सड़क सम्पूर्ण मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण रही है। कई सभ्यताएँ इसी के इर्द गिर्द बसी हैं। पर आज यह सड़क ही यमराज बन गयी है। इसी विषय पर है उषा रानी जी की यह सड़क सुरक्षा पर कविता ।
  • फागुन का महीना: फागुन का महीना आता है तो साथ में लाता है रंगो का त्योहार होली – इसी त्योहार का जश्न मना रही है उषा रानी जी की यह कविता।
  • वीर शहीदों की याद: शहीद दिवस पर विशेष श्रध्दांजलि अर्पित करते हुए यह कविता वीर शहीदों को नमन है।
  • हरे रंग का तोताराम कवयित्री उषा रानी की यह कविता एक प्यारी सी बाल कविता है एक तोते पर, जो एक प्यारी सी सीख भी देती है।

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Photo by Hrutvikraj Mandekar

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