संक्षिप्त परिचय: प्यार कब होगा, किससे होगा, इसकी कोई परिभाषा हो सकती है? कुछ ऐसे ही प्रश्न का उत्तर दे रहे हैं कवि इस कविता में।
बड़ा-छोटा
काला-गोरा
मोटा-पतला
अमीर-गरीब
हर किसी को हो सकता है-किसी से प्यार ,
यह ना माने सरहदें, ना देखे दरो-दीवार,
हसीं-बदसूरत, बुढ़ा-जवान, तंदरूस्त-बीमार,
यहाँ सबके लिए खुले हैं – प्यार के किवार ।
मैं नहीं
तुम नहीं
आप नहीं
हम नहीं
एक है बंदा-संग लिए बैठा रिश्ते हज़ार,
सिर्फ़ दिल की सुनो जब अपनो से हो तक़रार,
कोई हुकुमते-निजाम ना माने ये दिले-बेक़रार
दायरों में सिमटकर कभी नहीं होता प्यार !
बेचारा
आवारा
नाकारा
खटारा
ना जाने क्या-क्या हो जाता ये दिल हमारा,
बेसहारा तो माँगे किसी की बाहों का सहारा,
उजड़ी जिंदगी में भी फिर आ जाती है बहार,
‘गर मिल जाए बेलोश चाहने वाला सच्चा यार ।
कबाब
शराब
शबाब
सबाब
सब नशे देखे; कहीं ना मिला रूहे-सुकून,
होंठ रसीले,नैन नशीले वो जवानी का जुनून,
बहुत कुछ सीने में छुपाए बैठा-ये दिले दाग़दार
तज़ुर्बे से कहते ‘दीप- सबसे बड़ा नशा है प्यार ।
संदीप कटारिया (करनाल, हरियाणा) कैसी लगी आपको यह प्यार की कविता इन हिन्दी’ ? कॉमेंट में ज़रूर बताएँ और लेखक को भी प्रोत्साहित करें।
संदीप कटारिया के बारे में जानने के लिए पढ़ें
पढ़िए उनकी एक और कविता:
- बिना तेरे: प्रेम में बिछड़ना, अपने प्रेम के बिना रहना, उन्हें भूलने की कोशिश करना पर फिर भी ना भूल पाना – बस ऐसे ही दर्द को बयाँ करती है यह कविता ‘बिना तेरे’।
पढ़िए उनकी कहानी:
- दहेज एक मज़ाक : दहेज प्रथा समाज में एक कुरीति बन गयी है, इसके ख़िलाफ़ कई क़ानून होने के बावजूद भी लोग हैं जो इसको ग़लत नहीं समझते। ऐसे ही एक परिस्थिति पर है यह हिंदी लघुकथा ।
- जंगल में चुनाव : यह एक व्यंगात्मक लघुकथा है। है तो छोटी, पर एक दिलचस्प अन्दाज़ में आप को कुछ बड़े पहलू ज्ञात करा देगी।
पढ़िए प्रेम पर ही और हिन्दी कविताएँ:
- तुम कहो आज मैं सुनूँगा: यह कविता दाम्पत्य प्रेम को बनाए रखने का उपाय बड़े ही सरल ढंग से समझाती है। कैसे? जानने के लिए पढ़िए शिखा सिंह (प्रज्ञा) की यह प्रेम पूर्ण कविता ।
- अपना मेहमान: इस दुनिया का नियम है बदलाव। और कभी कभी जो रिश्ते हमें जान से भी प्यारे होते हैं वो भी बदल जाते हैं। ऐसी ही बात कहती यह कविता ‘ अपना मेहमान’।
- प्रेम: दुनिया में मनुष्य ने चाहें बहुत कुछ हासिल कर लिया हो और आज उसे कई चीजों की ज़रूरत ना महसूस होती हो। पर प्रेम एक ऐसी भावना है जिसे हर मनुष्य महसूस करना चाहता है। ऐसे ही प्रेम पर आरती वत्स की यह अद्भुत कविता ।
- तू ज़िंदगी है: ‘तू ज़िंदगी है’ एक हिंदी कविता है जिसे कवि ज़ुबैर खाँन ने लिखा है। इस कविता में कवि अपने दिल के प्रेम को सुंदर शब्दों में बयाँ कर रहे हैं।
अगर आप भी कहानियाँ या कविताएँ लिखते हैं और बतौर लेखक आगे बढ़ना चाहते हैं तो हमसे ज़रूर सम्पर्क करें storiesdilse@gmail.com पर। आप हमें अपनी रचनाएँ यहाँ भी भेज सकते हैं: https://storiesdilse.in/submit-your-stories-poems/
Photo by Jakob Owens
1,019 total views
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद जी !
storiesdilse.in के साथ बने रहने के लिए धन्यवाद संदीप जी 🙂