पवन कुमार पाण्डेय ‘भाऊ हिंदुस्तानी’ एक लेखक हैं जिन्होंने ‘भारतीय संस्कृति एवं पर्यटन अध्ययन’, ‘समाजशास्त्र’, ‘शिक्षाशास्त्र’ में परास्नातक किया है। साथी ही उन्होंने ‘बी.एड’ और ‘डी.एल.एड’ की पढ़ाई भी की है ।
पढ़िए उनकी कविता:
- बवाल खड़ा हो गया: हमारे समाज में कुछ कुरीतियाँ इतनी अंदर समा गयी हैं कि वे हमें बर्बाद कर रही हैं और हमें ही नहीं पता चल रहा है। इन ही कुछ कुरीतियों की तरफ़ इशारा करती है प्रकृति और समाज के बीच का रिश्ता समझाती यह हिन्दी में कविता ।
पढ़िए उनकी कहानी:
- भाऊ और सत्तू की प्रेम कहानी: सत्तू कौन है? कैसे हो गया उससे प्रेम? आप भी पढ़िए ये अजब ग़ज़ब अनोखी प्रेम कहानी – भाऊ और सत्तू की।
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Very nice 👌👌👌👌