रक्षा बंधन पर कहानियाँ और कविताएँ | Stories and Poems on Raksha Bandhan

In Hindi and English

कहानी:

कविता:

Poem in English:

  • Mostly when we talk about Rakhi it is usually about the bond of love between sister and brother, but here the poem by Shreya Bansal focuses on the energy and happiness that comes with Rakhi and that is visible in the markets. An ode to the spirited market around Rakhi: Rakhi and the Market

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महादेवी वर्मा की रचनाएँ

कुछ भावपूर्ण कहानियाँ पशु पक्षियों पर

महादेवी वर्मा एक प्रसिद्ध हिंदी लेखिका हैं। अतः पशु पक्षियों के प्रति उनका लगाव उनकी लिखी हुई कहानियों से स्वयं ही छलकता है। यहाँ हम प्रस्तुत कर रहे हैं महादेवी वर्मा की रचनाएँ जो उनके पालतू पक्षियों के इर्द-गिर्द घूमती हैं। महादेवी वर्मा जी ने अपने पालतू पशु पक्षियों को बहुत क़रीब से देखा और उनकी भावनाओं को महसूस भी किया। ये भावनाएँ कई बार हम मनुष्यों जैसी भी होती हैं। कई बार भली और कभी कभार बुरी।मनुष्य के जटिल स्वभाव को समझ पाना अत्यंत कठिन है। पर महादेवी वर्मा ने बहुत ही सरल रूप से, अपने पशु पक्षियों के माध्यम से उसका सार्थक विश्लेषण किया है।

पढ़िए उनकी कहानियाँ storiesdilse.in पर यहाँ :-

  1. एक सुंदर और भावपूर्ण कहानी मोर के प्रेम, भावनाओं और परवाह पर – नीलकंठ-मोर ,लेखक – महादेवी वर्मा
  2. कितना सहना पड़ता है एक गाय को उस देश में जहाँ उन्हें पूजा भी जाता है, पढ़िये इस कहानी में – गौरा गाय, लेखक – महादेवी वर्मा
  3. एक मासूम दिखने वाला ख़रगोश क्यों बन गया झगड़ालू और ग़ुस्सैल? पढ़िए इस कहानी में – दुर्मुख खरगोश ,लेखक – महादेवी वर्मा
  4. कैसे एक नादान और जंगली गिलहरी का बच्चा – पालतू और जिगर का टुकड़ा बन गया लेखिका के लिए? पढ़िये इस कहानी में – गिल्लू, लेखक – महादेवी वर्मा
  5. आख़िर क्यों निश्चय किया लेखिका ने फिर से हिरण न पालने का? पढ़िए इस बेहद भावपूर्ण, एक हिरणी की अटखेलियों से भरी कहानी में – सोना हिरनी, लेखक – महादेवी वर्मा
  6. कहानी एक अनोखे कुत्ते की। जिसने स्नेह दिया सबको। जिस पर विश्वास किया सबने। एक कहानी ऐसे कुत्ते की जिसने निस्वार्थ भाव से बिल्ली चूहे खरगोश पक्षी आदि सब की रक्षा की। – नीलू कुत्ता, लेखक – महादेवी वर्मा
  7. एक बच्ची और उसके तीन पालतू जानवर। उनके निःस्वार्थ प्रेम और प्रीति की मासूम कहानी-निक्की, रोज़ी और रानी, लेखक – महादेवी वर्मा

महादेवी वर्मा की पुस्तकें आप amazon.in पर भी पढ़ सकते हैं, यहाँ:

  • मेरा परिवार | Mera Pariwar(Hindi) : यह पुस्तक एक संस्मरण-संग्रह है। इस पुस्तक में महादेवी वर्मा ने अपने पालतू पशु-पक्षियों के संस्मरण लिखे हैं। महादेवी वर्मा की अन्य कहानियों की तरह यह संस्मरण भी दिल को छू जाते हैं।
  • अतीत के चलचित्र | ateet Ke Chalchitra (Hindi) : यह पुस्तक एक रेखाचित्र-संग्रह है। इस पुस्तक की कहानियों में महादेवी वर्मा ने अपने संपर्क में आए साधारण जन की विशेषताओं के साथ-साथ उनके जीवन-संघर्ष का चित्रण किया है।
  • पथ के साथी | Path Ke Sathi (Hindi) : यह पुस्तक भी एक रेखाचित्र-संग्रह है। इस पुस्तक की कहानियों में महादेवी वर्मा ने अपने समकालीन साहित्यकारों जैसे रवीन्द्रनाथ ठाकुर, मैथिलीशरण गुप्त, सुभद्रा कुमारी चौहान, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ के स्मृति चित्र उकेरे हैं ।
  • नीलांबरा | Neelambra (Hindi Edition): यह पुस्तक महादेवी वर्मा द्वारा रचित  कविताओँ का संग्रह है।
  • यामा | Yama (Hindi): यामा एक कविता-संग्रह है जिसकी रचायिता महादेवी वर्मा जी हैं। इसमें उनके चार कविता संग्रह नीहार, नीरजा, रश्मि और सांध्यगीत संकलित किए गए हैं।
  • आत्मिका | Aatmika (Hindi Edition): यह पुस्तक महादेवी वर्मा द्वारा रचित  कविताओँ का संग्रह है।आत्मिका में संगृहीत कविताओं के बारे में स्वयं महादेवीजी ने यह स्वीकार किया है कि इसमें उनकी ऐसी रचनाएं संग्रहीत हैं जो उन की जीवन-दृष्टि, दर्शन, सौन्दर्य-बोध और काव्य-दृष्टि का परिचय दे सकेंगी।पुस्तक की भूमिका अत्यंत रोचक है जिसमें उन्होंने अपने बौद्ध भिक्षुणी बनने के विषय पर स्पष्टीकरण भी किया है।
  • स्मृति की रेखाएँ | Smriti Ki Rekhaye (Hindi): यह पुस्तक एक संस्मरण-संग्रह है। ये संस्मरण भक्तिन, चीनी फेरीवाला, जंग बहादुर, मुन्नू, ठकुरी बाबा, बिबिया, गुंगिया के जीवन के सच को कलात्मकता से कथात्मक रूप में प्रस्तुत करते है।
  • शृंखला की कड़ियाँ| Srinkhala Ki Kadiyan (Hindi): शृंखला की कड़ियाँ महादेवी वर्मा के समस्या मूलक निबंधों का संग्रह है। स्त्री-विमर्श इनमें प्रमुख हैं।
  • सांध्यगीत | Sandhyageet (Hindi): सांध्यगीत महादेवी वर्मा का चौथा कविता संग्रह हैं। इसमें 1934 से 1936 ई० तक के रचित गीत हैं। 1936 में प्रकाशित इस कविता संग्रह के गीतों में नीरजा के भावों का परिपक्व रूप मिलता है। यहाँ न केवल सुख-दुख का बल्कि आँसू और वेदना, मिलन और विरह, आशा और निराशा एवं बन्धन-मुक्ति आदि का समन्वय है।
  • हिमालय | Himalaya (Hindi): हिमालय महादेवी वर्मा का संस्मरण, रेखाचित्र और निबंधों का संग्रह है।
  • दीपशिखा | Deepshikha (Hindi): दीपशिखा महादेवी वर्मा जी का का पाँचवाँ कविता-संग्रह है। इसका प्रकाशन १९४२ में हुआ। इसमें १९३६ से १९४२ ई० तक के गीत हैं।
  • नीरजा | Nirja (Hindi): नीरजा महादेवी वर्मा का तीसरा कविता-संग्रह है। इसका प्रकाशन १९३४ में हुआ। इसमें १९३१ से १९३४ तक की रचनाएँ हैं। नीरजा में रश्मि का चिन्तन और दर्शन अधिक स्पष्ट और प्रौढ़ होता है। कवयित्री सुख-दु:ख में समन्वय स्थापित करती हुई पीड़ा एवं वेदना में आनन्द की अनुभूति करती है।

टिप्पणी – महादेवी वर्मा की ये रचनाएँ हम आप तक ला पाए archive.org की मदद से। कुछ लिंक अफ़िलीयट लिंक हो सकती हैं।


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7 heart touching stories of animals in Hindi

Written by Mahadevi Verma

Mahadevi Verma was a renowned Hindi Writer. She had great love and compassion for birds and animals. In her lifetime, she had many birds and animals as pets. She portrayed that love beautifully via her short stories. She has written some really heart-touching and sometimes heart-breaking short stories about animals in Hindi.

In this post, we are sharing these short stories in Hindi written by Mahadevi Verma.

Below are the links to the same:

  1. Read about the depth of a peacock’s emotions in this unique short story – Neelkanth – Mor
  2. India worships cows as deities then why does the same cow has to suffer too? Read on to know – Gaura Gaay
  3. A short story about a rabbit that had become bitter – Durmukh Khargosh
  4. How a wild baby squirrel grew into a loving and caring pet – Gillu
  5. Read about the innocent love, care, and playfulness of a pet deer – Sona Hirni
  6. A unique short story in Hindi about a pet dog with complex human-like emotions – Neelu Kutta
  7. A short story in Hindi that revolves around the love, carelessness, naughtiness of an innocent child and her three pets – Nikki, Roji aur Rani

Do read them and let us know your thoughts. Were these stories able to move you as much as they moved us?

Note – We were able to get you these lovable stories written by Mahadevi Verma via archive.org .

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