एक भावांजलि 🌹🙏🌹……..नव वर्ष २०२२ | एक कविता

कवि प्रभात शर्मा जी की रचना

एक भावांजलि ........नव वर्ष २०२२ | कवि प्रभात शर्मा जी की रचना

संक्षिप्त परिचय : नव वर्ष २०२२ में सब के लिए शुभकामनाएँ लिए है प्रभात शर्मा जी की यह कविता ।

 एक भावांजलि 🌹🙏🌹……..नव वर्ष २०२२ 🌹🙏🌹

नव सद् विचार , सद् भाव सकल ,
सुख, शान्ति, सहृदयता भी अविरल ।
नहीं द्वेष , क्लेश , संताप , रोग ,
नहीं क्षोभ, क्रोध, अतिशय विरोध ।।

विकसित बहु तकनीक-ज्ञान,
सम्पन्न व्यवस्थित हर विधान ।
हो परम् रम्य और द्वन्द-हीन ,
भूमण्डल शान्त , विरोध हीन ।।

हों सभी धर्म-रत , बद्ध-कर्म ,
आचरण शुद्ध , व्यवहार नर्म ।
धन, विद्या,यश, विज्ञान वान ,
नव वर्ष सकल अभियान वान ।।

….. प्रभात शर्मा ०१.०१.२०२२
ग्रेटर नोएडा (उ.प्र.)


कैसी लगी आपको नव वर्ष  २०२२ पर यह कविता ? कॉमेंट कर के ज़रूर बताएँ और कवि को भी प्रोत्साहित करें।


कवि प्रभात शर्मा जी के बारे में जानने के लिए पढ़ें यहाँ ।


पढ़िए कवि प्रभात शर्मा जी की अन्य कविताएँ :

  • एक भावांजलि ….. नया साल 2021: नववर्ष २०२१ के उपलक्ष्य में आपके लिए ढेर सारी शुभ कामनाएँ लिए प्रभात शर्मा जी की नया साल पर यह कविता।
  • एक भावांजलि ….. पत्थर को: एक पत्थर के जन्म से ले कर पत्थर की अनेकों विशेषताओं का वर्णन करती ये पत्थर पर कविता, पत्थर को सही मायने में भावांजलि है।
  • स्वर्ण-प्रकाश: प्रकृति पर उत्कृष्ट कविता ।
  • सजल-नयन: यह सुंदर कविता उस क्षण का विवरण करती है जब हम अपने अंत:करण के प्रेम का सत्य समझ लेते हैं।
  • एक भावांजलि दिवंगत को: दिवंगत को भावांजलि देती हुई एक कविता।
  • एक भावांजलि….. हिन्दी भाषा को : हिंदी दिवस पर यह कविता – हिंदी भाषा की विशेषताओं का सुंदरता से वर्णन करती है।
  • एक भावांजलि ….कवि मन को : यह एक प्रेरक कविता है जिसे लिखा है कवि प्रभात शर्मा जी ने। इस कविता के माध्यम से वे कवियों को सत्य और साहस के पथ पर चलने की प्रेरणा दे रहे हैं।

पढ़िए नव वर्ष की कुछ और कविताएँ :-

  1. एक भावांजलि ….. नया साल 2021: नववर्ष २०२१ के उपलक्ष्य में आपके लिए ढेर सारी शुभ कामनाएँ लिए प्रभात शर्मा जी की नया साल पर यह कविता।
  2. नए साल का तोहफा : २०२१ समाप्त हो रहा है और नया साल २०२२ शुरू हो रहा है। इसी आते नए साल में क्या है सबसे अच्छा तोहफ़ा अपनों के लिए ? उषा रानी जी की यह नए साल पर कविता आपको एक अलग ही ढंग में बतलाएगी।
  3. वेलेंटाइन: वेलेंटाइन डे – यह वह दिन है जो प्रेम के लिए है। जिसे दुनिया भर के प्रेमी धूमधाम से मनाते हैं। ऐसे में जीवन में प्रेम को कुछ अनूठे ही ढंग से पेश करती है योगेश नारायण दीक्षित जी की यह वेलेंटाइन डे पर कविता ।
  4. लोकतंत्र? | गणतंत्र दिवस पर कविता : गणतंत्र दिवस है और हम आज़ाद हैं, हाँ! पर कुछ सवाल कहीं ना कहीं तो आप में उठते ही होंगे। कुछ ऐसे ही सवालों की ओर ध्यान आकर्षित करती है यह कविता।
  5. एक ऋतु | दर्द भरी कविता : एक एहसास जो हम सब इंसानों को जोड़ता है, वो है प्रेम। कभी यह प्रेम अत्यंत सुख देता है और वहीं यही प्रेम अत्यंत दर्द भी दे देता है। इन्हीं दोनों प्रेम और दर्द की भावनाओं को जोड़ती सी है अनिल मारवाल जी की यह कविता ‘एक ऋतु’।

अगर आप भी कहानियाँ या कविताएँ लिखते हैं और बतौर लेखक आगे बढ़ना चाहते हैं तो हमसे ज़रूर सम्पर्क करें storiesdilse@gmail.com पर। आप हमें अपनी रचनाएँ यहाँ भी भेज सकते हैं: https://storiesdilse.in/submit-your-stories-poems/


Photo by Antonio Gabola

 189 total views

Share on:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *