एक ऋतु | दर्द भरी कविता

अनिल कुमार मारवाल | Anil Kumar Marwal

एक ऋतु | दर्द भरी कविता | अनिल कुमार मारवाल की कविता

संक्षिप्त परिचय: एक एहसास जो हम सब इंसानों को जोड़ता है, वो है प्रेम। कभी यह प्रेम अत्यंत सुख देता है और वहीं यही प्रेम अत्यंत दर्द भी दे देता है। इन्हीं दोनों प्रेम और दर्द की भावनाओं को जोड़ती सी है अनिल मारवाल जी की यह कविता ‘एक ऋतु’।

एक ऋतु वो थी, एक ऋतु ये है ।
एक दिल वो था, एक दिल ये है।।

एक रात रोशनी की थी वो ।
एक रात ये घुप अंधेरे की है।।

एक बात वो प्रेम के आने की थी,
एक बात ये दर्द के उलाहने की है।

एक हवा वो बरसात के बाद की थी,
और आज वो आंसुओ के साथ की है।

वो गीत प्रेम की खुशी का था,
और ये किसी के जाने का है।

और आंसुओ के आने का है,
वो शब्द आशा के थे, ये निराशा के है।

उस दिन अहसास पूर्णतया के थे,
आज दर्द और आंसुओ के है।।

अनिल कुमार मारवाल

कैसी लगी आपको यह दर्द भरी कविता? कॉमेंट कर के ज़रूर बताएँ और कवि को भी प्रोत्साहित करें।
इस कविता के लेखक अनिल कुमार मारवाल के बारे में जानने के लिए पढ़ें यहाँ


पढ़िए उनकी कविताएँ:

  • खुशी से ज्यादा : इस दुनिया में चाहें हमें लगे कि संतुलन बनाना मुश्किल है पर प्रकृति यह संतुलन खुद ही बना लेती है। कैसे? जानने के लिए पढ़िए अनिल कुमार मारवाल की जीवन की सच्चाई बताती यह हिंदी कविता ।
  • वीर देश | गणतंत्र दिवस कविता : गणतंत्र दिवस पर विशेष रूप से लिखी गयी यह कविता भारत देश का गुणगान करती है।
  • हाँ मैं पागल हूँ: अनिल कुमार मारवाल की यह हिन्दी की कविता भारतीय समाज को जकड़े हुए कई मुद्दों पर प्रकाश डालती है।
  • इक दीप: अनिल कुमार मारवाल की यह कविता दीपावली पर है और दीपावली के उपलक्ष्य में समाज के कल्याण की प्रार्थना भी है।

पढ़िए प्रेम पर ही और हिन्दी कविताएँ:

  • तुम कहो आज मैं सुनूँगा: यह कविता दाम्पत्य प्रेम को बनाए रखने का उपाय बड़े ही सरल ढंग से समझाती है। कैसे? जानने के लिए पढ़िए शिखा सिंह (प्रज्ञा) की यह प्रेम पूर्ण कविता ।
  • अपना मेहमान: इस दुनिया का नियम है बदलाव। और कभी कभी जो रिश्ते हमें जान से भी प्यारे होते हैं वो भी बदल जाते हैं। ऐसी ही बात कहती यह कविता ‘ अपना मेहमान’।
  • प्रेम: दुनिया में मनुष्य ने चाहें बहुत कुछ हासिल कर लिया हो और आज उसे कई चीजों की ज़रूरत ना महसूस होती हो। पर प्रेम एक ऐसी भावना है जिसे हर मनुष्य महसूस करना चाहता है। ऐसे ही प्रेम पर आरती वत्स की यह अद्भुत कविता ।
  • तू ज़िंदगी है:  ‘तू ज़िंदगी है’ एक हिंदी कविता है जिसे कवि ज़ुबैर खाँन ने लिखा है। इस कविता में कवि अपने दिल के प्रेम को सुंदर शब्दों में बयाँ कर रहे हैं।

अगर आप भी कहानियाँ या कविताएँ लिखते हैं और बतौर लेखक आगे बढ़ना चाहते हैं तो हमसे ज़रूर सम्पर्क करें storiesdilse@gmail.com पर। आप हमें अपनी रचनाएँ यहाँ भी भेज सकते हैं: https://storiesdilse.in/submit-your-stories-poems/


Photo by Kelly Sikkema

 513 total views

Share on:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *