नाम – जुबैर खाँन
साहित्यिक नाम – जुबैर खाँन
पता – आगरा, उत्तर प्रदेश
इनके बारे मे : बचपन से ही पढ़ाई के साथ-साथ लेखन, कला कविता, कहानी, उपन्यास, मे रूची रही है
प्रकाशित पुस्तक – गुज़रिश, घरौंदा, खामोशियाँ
कक्षा – हाईस्कूल से
शिक्षा – सिविल इंजीनियरिंग ब्रांच से डिप्लोमा
पढ़िए ज़ुबैर खाँन द्वारा लिखी गयी कविताएँ यहाँ:
- मेरे महबूब को: कवि अपने महबूब को दुल्हन की तरह सजा देख कर उनकी तारीफ़ के पुल बांध रहे हैं । आप भी पढ़िए यह ज़ुबैर जी की यह सुंदर प्रेम कविता हिंदी में।
- ऐ हमसफ़र | हमसफ़र पर कविता : ज़ुबैर खाँन जी की यह कविता है हमसफ़र पर। हमसफ़र के साथ ही राह पर चलते रहने के लिए दुआ माँगती है यह सुंदर कविता।
- शिकायतें | हिन्दी में कविता : बाबा से कुछ शिकायतें कर रहे हैं कवि इस हिन्दी कविता में। पढ़िए यह कविता और जानिए क्या हैं ये शिकायतें ।
- तन्हाई का सफर | कविता : तन्हाई – किसे पसंद है? कई जज़्बातों से जुड़ जाती है तन्हाई । ऐसे ही कुछ जज़्बातों को बयाँ करती हैं ज़ुबैर खाँन की यह कविता ।
- विदाई: एक लड़की जो अब तक अपने बाबुल के घर रही, वह शादी करती है, तो उसे दुल्हन बन कर विदा होना पड़ता है। वह विदाई का पल सब के लिए एक बहुत ही भावपूर्ण पल होता है। इसी विदाई पर है ज़ुबैर खाँन की यह कविता ।
- ये कैसे हैं रिश्ते: यह एक रिश्तों पर कविता है जिसे लिखा है कवि ‘जुबैर खाँन’ ने । अपनी इस कविता में कवि रिश्तों की विचित्रता का वर्णन कर रहे हैं।
- तू ज़िंदगी है: ‘तू ज़िंदगी है’ एक हिंदी कविता है जिसे कवि ज़ुबैर खाँन ने लिखा है। इस कविता में कवि अपने दिल के प्रेम को सुंदर शब्दों में बयाँ कर रहे हैं।
- अब तो कुछ करना होगा: यह कविता ‘अब तो कुछ करना होगा’ नारी पर हो रहे अत्याचारों पर आवाज़ उठाती हुई, नारी के लिए सशक्तिकरण की माँग करती हुई कविता है।
- तुम न आए : ‘तुम न आए’ एक हिंदी कविता है जिसे कवि ज़ुबैर खाँन ने लिखा है। यह एक प्रेम कविता है जिसमें कवि अपने प्रेम का इंतज़ार कर रहे हैं।
पढ़िए ज़ुबैर खाँन द्वारा लिखी गयी कहानियाँ यहाँ:
बेगुन-कोडार | भूत की कहानी : क्या हुआ था बेगुन-कोडार रेल्वे स्टेशन पर कि उसे हमेशा के लिए बंद कर दिया गया? पढ़िए यह भूत की कहानी ‘बेगुन-कोडार’ जिसे लिखा है जुबैर खाँन ने।
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