तुम न आए । प्रेम कविता

Tum Na Aaye | जुबैर खाँन की कविता | A short Hindi poem by S Zubair Khan

तुम न आए । प्रेम कविता | Tum Na Aaye | जुबैर खाँन की कविता | A short Hindi poem by S Zubair Khan

संक्षिप्त परिचय: ‘तुम न आए’ एक हिंदी कविता है जिसे कवि ज़ुबैर खाँन ने लिखा है। यह एक प्रेम कविता है जिसमें कवि अपने प्रेम का इंतज़ार कर रहे हैं।

बरसात आई सावन आया मगर तुम न आए, 
तुम को हम ने दिल से पुकारा मगर तुम न आए,
आती रही जाती हवा मन बहलाती रही मगर तुम न आए,
जिद थी कि आज खुद को तन्हा न छोड़ेंगे,
मुझको अकेला देखकर तुम घर के अंदर न आए । 

तलाश करते रहे हम उन लम्हों को जिस में हर घड़ी रहता है,
मैं तुझको याद न करूँ मुझको ऐसे बहाने न आए, 
तुमको हम ने दिल से पुकारा मगर तुम न आए, 
क्या बात है जो इस कदर हमसे रूठे हो आज तक,
हमसे भी कोई मिले ऐसी मिलन की घड़ी कब आये । 

हमने तुमको दिल से पुकारा मगर तुम न आए, 
खिड़की खुली रही दिल की मगर कोई पैगाम तेरे न आए, 
दीप खाली रहे खुशी के, इन्हें जलाने मगर कोई न आए,
हमने तुमको दिल से पुकारा मगर तुम न आए ,
इल्जाम देते हे लोग तेरे जाने का मुझे मगर कोई भी इन को समझाने न आए। 

भेजते रहे जवाब हम “जुबैर”से अपनी बेगुनाही का,
पढ़कर मेरे जज्बातों को, मुझको प्यार का मरहम लगाने मगर तुम न आए ।

हमने तुमको दिल से पुकारा मगर तुम न आए।


कैसी लगी आपको इंतज़ार में प्रेम बयाँ करती यह हिंदी कविता ? कॉमेंट कर के ज़रूर बताएँ और कवि को भी प्रोत्साहित करें।

इस हिंदी कविता के लेखक ‘जुबैर खाँन’ जी के बारे में जानने के लिए पढ़ें यहाँ ।


पढ़िए ज़ुबैर खाँ की और कविताऐं :

  • अब तो कुछ करना होगा: यह कविता ‘अब तो कुछ करना होगा’ नारी पर हो रहे अत्याचारों पर आवाज़ उठाती हुई, नारी के लिए सशक्तिकरण की माँग करती हुई कविता है।
  • तू ज़िंदगी है: ‘तू ज़िंदगी है’ एक हिंदी कविता है जिसे कवि ज़ुबैर खाँन ने लिखा है। इस कविता में कवि अपने दिल के प्रेम को सुंदर शब्दों में बयाँ कर रहे हैं।

पढ़िए प्रेम पर और हिंदी कविताएँ:

  • दीवाना: जैसा की इस कविता के नाम से प्रत्यक्ष है, कवि के. एस. मोबिन की यह सुंदर कविता ‘दीवाना’ – प्रेम और दीवानगी पर है।
  • वो जो तुम नहीं हो, उस पल बहुत याद आती हो: यह कविता उन पलों का विवरण है जब हम अपने आप को अकेला महसूस करते हैं। जब सुंदर से सुंदर चीज़ भी अच्छी नहीं लगती है।पढ़िए कवि के एस मोबिन की यह सुंदर कविता।
  • मर्द: यह कविता आपको मिलाएगी एक आदर्श पुरुष से। आज के मर्द से। पढ़िए आरती वत्स की यह सुंदर हिंदी कविता। 
  • तुम कहो आज मैं सुनूँगा: यह कविता दाम्पत्य प्रेम को बनाए रखने का उपाय बड़े ही सरल ढंग से समझाती है। कैसे? जानने के लिए पढ़िए शिखा सिंह (प्रज्ञा) की यह प्रेम पूर्ण कविता ।

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