नारी | एक हिंदी कविता

सुन्दरी अहिरवार की कविता | A Hindi poem by Sundari Ahirwar

नारी | एक हिंदी कविता | सुन्दरी अहिरवार की कविता | A Hindi poem by Sundari Ahirwar

संक्षिप्त परिचय: सुंदरी अहिरवार की यह कविता नारी पर है। यह कविता नारी के विशेष गुणों पर प्रकाश डालती है।

नारी तुम अबला नहीं,
तुम एक सबला नारी हो।
तुम में पूरे वीरता के गुण समाये,
इसलिए तुम झांसी की रानी कहलायी ।

नारी तुम अबला नहीं,
तुम एक सबला नारी हो।
तुम दया का वह सागर हो,
जिसमें पूरा संसार समाहित है।

नारी तुम अबला नहीं,
तुम एक सबला नारी हो।
ममता का वह रूप हो तुम जिसमें जीवन का सार होता है।

नारी तुम अबला नहीं,
तुम एक सबला नारी हो।
नारी तुम त्यागमय हो, जिसमें अपनी खुशियों का परित्याग करती हो।

नारी तुम अबला नहीं,
तुम एक सबला नारी हो।
धैर्य और इच्छा शक्ति कि वह देवी हो जिसमें नौ रूपों का समावेश है।

नारी तुम वह आलेख हो जिसमें पूरी दुनिया सुलेख है।
नारी तुम अबला नहीं, तुम एक सबला नारी हो।


कैसी लगी आपको नारी पर लिखी गयी यह कविता ? कॉमेंट कर के ज़रूर बताएँ और कवयित्री को भी प्रोत्साहित करें।
कविता की लेखिका सुंदरी अहिरवार के बारे में जानने के लिए पढ़ें यहाँ 


पढ़िए नारी शक्ति पर अन्य कविताएँ:

  • अब तो कुछ करना होगा:  यह कविता ‘अब तो कुछ करना होगा’ नारी पर हो रहे अत्याचारों पर आवाज़ उठाती हुई, नारी को सशक्तिकरण की माँग करती हुई कविता है। 
  • हाँ मैं बदल गई हूँ: आज के समाज में जहां एक तरफ़ स्त्री को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी जाती है वहीं समाज का एक हिस्सा उसे वांछित सम्मान दे पाने में भी असक्षम है। यह कविता एक स्त्री के हृदय की आवाज़ है उसी समाज के लिए।
  • शिव शक्ति: कवियत्री आरती वत्स की यह कविता देवी शक्ति के बारे में है। इस कविता में वे देवी शक्ति के विभिन्न गुणों और विशेषताओं का सुंदरता से वर्णन करती है।
  • खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी: यह कविता लिखी है सुभद्रा कुमारी चौहान ने। यह एक सुप्रसिद्ध कविता झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई पर।

नारी पर ही कुछ कहानियाँ:

  • भग्नावशेष: यह कहानी सुभद्रा कुमारी चौहान के कहानी संग्रह ‘बिखरे मोती’ की एक कहानी है। क्यों एक प्रतिभा से भरी युवती, दस साल बाद बस एक भग्नावशेष प्रतीत हुई लेखक को? जानने के लिए पढ़िए ये कहानी।
  • बड़े घर की बेटी : आनंदी एक बड़े घर की बेटी है परंतु जहां उसका विवाह होता है वह घर उसके मायके जैसा नहीं होता। वह घर के हिसाब से अपने आप को ढाल लेती है बिना किसी शिकायत के पर एक दिन कुछ ऐसा हो जाता है कि वह सहन नहीं कर पाती। ऐसा क्या होता है और तब वह क्या करती है? जानने के लिए पढ़िए मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानी ‘ बड़े घर की बेटी ‘।
  • लिली: लिली एक लघु प्रेम कथा है उस समय पर आधारित जब अंतर्जातिय विवाह नहीं हुआ करते थे। खूब पढ़ लेने के बावजूद भी पद्मा के पिता की सोच जातिवाद तक ही सीमित रहती है । उनकी जातिवादी सोच और पद्मा की आधुनिक सोच उन दोनों से क्या करवाती है – जानने के लिए पढ़िए पूरी कहानी – लिली, जिसके लेखक हैं सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ जी ।

अगर आप भी कहानियाँ या कविताएँ लिखते हैं और बतौर लेखक आगे बढ़ना चाहते हैं तो हमसे ज़रूर सम्पर्क करें storiesdilse@gmail.com पर। आप हमें अपनी रचनाएँ यहाँ भी भेज सकते हैं: https://storiesdilse.in/submit-your-stories-poems/


PC: Miguel Bruna

 2,590 total views

Share on:

One thought on “

नारी | एक हिंदी कविता

सुन्दरी अहिरवार की कविता | A Hindi poem by Sundari Ahirwar

  1. नारी सशक्तीकरण को दिशा देने और समाज मे नारी की समता समानता और उसके अधिकारो को अपनी रचनाओं के द्वारा उल्लेखित करना अतुलनीय कार्य है

    बहुत सुन्दर 👌👌👌

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *