पत्रकारिता | हिंदी में कविता

आरती वत्स की रचना | A Hindi Poem by Aarti Vats

पत्रकारिता | हिंदी में कविता | आरती वत्स की कविता | A Hindi Poem by Aarti Vats

संक्षिप्त परिचय: पत्रकारिता का क्या महत्व है? हमारी दिनचर्या में किस तरह से समाहित है पत्रकारिता? जानने के लिए पढ़िए आरती वत्स की कविता पत्रकारिता ।

देश-विदेश की खबर
जन-जन तक पहुँचाता,
24घंटे और पूरे साल की ड्युटी मैं निभाता,
देशहित व समाजहित में,
सबसे पहले मैं आवाज़ उठाता,
बड़ी-बड़ी सरकारों व उद्योगपतियों को
मैं एक पल में हिलाता,
सुबह सबके उठने से पहले
मैं सबके घर हूँ
पहुँच जाता,
COVID-19 में,
सबसे महत्वपूर्ण रोल मैं निभाता,
भ्रम की सूचनाओं से
मैं सबको बचाता,
मीडिया के इस युग में,
मैं अपनी विशेष भूमिका निभाता,
पत्रकारों की कलमों से,
मैं सदियों से लिखा जाता,
पत्रकारिता मेरा नाम कहलाता।।

सौभाग्य से
मैं देश-विदेश में
अपना अच्छा नाम कमाता,
पत्रकारों के आर्शीवाद से
मैं रोज़ाना देश-विदेश का
सबको हाल बताता,
UPSC Aspirants का
मैं देवता कहलाता,
सुबह की चाय की प्याली का,
मैं सुकून कहलाता,
दिनचर्या व शाम की सैर का
मैं कभी-कभी
वाद-विवाद का मुद्दा बन जाता।

सफल पत्रकारों का
मैं कभी-कभी ग़ुरूर बन जाता,
सब देशवासियों के जीवन का
मैं एक अटूट हिस्सा बन जाता,
कभी ना खत्म होने वाली
कहानी का क़िस्सा बन जाता,
इसलिए मीडिया का
मैं एक मज़बूत स्तंभ कहलाता,
पत्रकारिता मेरा नाम कहलाता।

पत्रकारों का मैं सदैव आभारी रहता
मुझे प्रतिष्ठा दिलाने में
सदैव उनका हाथ रहता,
COVID-19 में भी
पत्रकारों ने मुझे ज़िंदा रखा,
मेरे ऊपर कोई आँच ना आए
इसलिए पूरे विश्वास के साथ
ख़ूब मेरा प्रचार-प्रसार किया,
मेरा अस्तित्व पत्रकारों और जनता के
साथ और विश्वास में है,
पत्रकारों का सम्मान करना ही
मज़बूत लोकतंत्र की पहचान है,
देश के अस्तित्व के निर्माण में
पत्रकारिता व उससे जुड़े लोगों
का बहुत बड़ा योगदान है।।


आरती वत्स के बारे में जानने के लिए पढ़े यहाँ: आरती वत्स

पढ़िए उनकी और कविताएँ यहाँ: 

  • शिव शक्ति: आरती वत्स की यह कविता देवी शक्ति के बारे में है। इस कविता में वे देवी शक्ति के विभिन्न गुणों और विशेषताओं का सुंदरता से वर्णन करती है।
  • अधूरी कहानी: आरती वत्स इस कविता में उस साथ की बात कर रही हैं जो कुछ लम्हों का ही था। वे उस राह की बात कर रही हैं जो आगे जा कर दो रास्तों में बँट जानी थी।
  • मर्द: यह कविता आपको मिलाएगी एक आदर्श पुरुष से। आज के मर्द से।

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