फागुन का महीना | होली पर कविता

उषा रानी की कविता | A Hindi Poem by Usha Rani

फागुन का महीना | होली पर कविता | उषा रानी की कविता

संक्षिप्त परिचय: फागुन का महीना आता है तो साथ में लाता है रंगो का त्योहार होली – इसी त्योहार का जश्न मना रही है उषा रानी जी की यह कविता।

फागुन का महीना आया,
फागणिया त्यौहार लाया ।
बसंती छटा छाई चारों ओर,
सरसों महकती डाल-डाल,
मस्ती छायी चारों ओर,
किसान नाचे दे दे ताल ।
फागुन का महीना आया,
फागणिया त्यौहार लाया ।
रंगों की छटा बिखरी है,
हर चेहरा मुस्कुराया है,
रंगारंग संगीत बजाने वाले
ढमाढम ढोल बजाया है ।
फागुन का महीना आया,
फागणिया त्यौहार लाया ।
गैरें घूमे चौक चौबारे,
नाचें-गायें धूम मचाये,
हंस हंस कर गालियाँ गाये,
सगे संबंधियों को लड़ाते ।
रुठे सगों पर लाड आया ।
फागुन का महीना आया,
फागणिया त्यौहार लाया ।
होली हमारा राष्ट्रीय त्यौहार,
सद्भावना प्रेम मनुहार,
मिलजुल खेलने का त्यौहार,
प्रेम रस बरसाने आया है,
फागुन का महीना आया है,
फागणिया त्यौहार लाया है ।

स्वरचित कविता
उषा रानी पुंगलिया जोधपुर राजस्थान


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