गुंजन सिंह जी इलाहबाद विश्वविद्यालय की छात्रा हैं और अभी बी.ए. कर रही हैं।
पढ़िए उनकी कविताएँ:
- ऐ दिल तू ज़रा सी खुशी ढूंढ ले: इस सुंदर हिंदी कविता के ज़रिए कवयित्री गुंजन सिंह खुश रहने की प्रेरणा दे रही हैं। कई बार ऐसा हो जाता है कि लगता है अब ज़िंदगी में खुश होने की वजह नहीं हैं – उन पलों का ज़िक्र करती हुई यह हिंदी कविता ।
- मेरी माँ: माँ पर यह कविता माँ के महत्व को विभिन्न दृष्टिकोणों से समझाती है।
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बहुत ही सुन्दर कविता है। दिल को छू लेने वाली।