उपनाम: DiannaThoughts
नमस्ते,
मैं अंकिता असरानी ,दुर्ग,छत्तीसगढ़ से हूँ।
मै एक बीकॉम ग्रैजूएट हूँ और साथ ही मै अपने पेशे से वकील बन रही हूँ ।
आप सोच रहे होंगे तो फिर मै यहाँ क्या कर रही हूँ?
मुझे अपने विचार अपने शब्दों द्वारा किसी के दिल तक पहुँचाना अच्छा लगता है।
अब चाहे वो देश के किसी बड़े मुद्दे पर हो,इश्क़ पर हो,दोस्ती हो या अन्य कोई भी विषय हो…
मुझे मेरे शब्दों को काग़ज़ पर उतारने का शौक़ है।
बस इसी कोशिश के साथ मै अपने विचार लिखती हूँ की ज़्यादा से ज़्यादा लोगों के दिल को मेरी बातें छू सके।
शुक्रिया !
पढ़िए उनकी कविता:
- किसान: किसान एक देश के आधार से कम नहीं होते क्योंकि उनके द्वारा पैदा की गयी फसल ही उस देश की पूरी जनता खाती है। आज किसान परेशान हैं, उनकी इन हालातों पर है यह छोटी सी कविता जिसे लिखा है अंकिता असरानी ने।
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