संक्षिप्त परिचय: किसान एक देश के आधार से कम नहीं होते क्योंकि उनके द्वारा पैदा की गयी फसल ही उस देश की पूरी जनता खाती है। आज किसान परेशान हैं, उनकी इन हालातों पर है यह छोटी सी कविता जिसे लिखा है अंकिता असरानी ने।
वो कैसे सड़कों पर रात काट रहें
वक़्त हो तो उन सड़को से गुजर के देखिये !
किसानों का दर्द समझना चाहते हो
तो ज़नाब कभी किसानी कर के देखिये !
वो मत देखिये जो आपको दिखाया जा रहा
वो देखिए जो आपको देखना चाहिए!
कैसी लगी आपको यह किसान पर हिंदी कविता ? कॉमेंट कर के ज़रूर बताएँ और कवयित्री को भी प्रोत्साहित करें।
कविता की लेखिका अंकिता असरानी के बारे में जानने के लिए पढ़ें यहाँ ।
पढ़िए ऐसे ही कुछ मुद्दे उठाती कविताएँ:
- सुनो क्या कहती हैं बेटियां: भारत की बेटियां सुरक्षित हैं? और अगर नहीं तो क्यों? हम क्या कर सकते हैं उन्हें सुरक्षित करने के लिए? क्या हम जो करते आए हैं वो सही है? ऐसे ही सवालों का जवाब देती कवयित्री रानी कुशवाह की यह हिंदी में कविता ‘सुनो क्या कहती हैं बेटियां’।
- पत्रकारिता: पत्रकारिता का क्या महत्व है? हमारी दिनचर्या में किस तरह से समाहित है पत्रकारिता? जानने के लिए पढ़िए कवयित्री आरती वत्स की कविता पत्रकारिता ।
- अब तो कुछ करना होगा: यह कविता ‘अब तो कुछ करना होगा’ नारी पर हो रहे अत्याचारों पर आवाज़ उठाती हुई, नारी को सशक्तिकरण की माँग करती हुई कविता है। पढ़िए कवि जुबैर खाँन द्वारा लिखी गयी यह कविता।
- विषय स्वदेशी: स्वदेशी पर यह कविता स्वदेशी समान अपनाने की प्रेरणा देती है। साथ ही स्वदेशी अपनाने के महत्व को समझाती है।
- स्वार्थी संसार: इस कविता में कवि बता रहे हैं कि कैसे दुनिया में सभी स्वार्थी हैं और सब के हित के लिए यह संसार क्या कर सकता है। पढ़िए यह हिन्दी में कविता।
- अंधेरे से उजाले की ओर: कवयित्री सुंदरी अहिरवार की ये एक उत्साह बढ़ाने वाली कविता है। इस कविता के माध्यम से वे पाठक को अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहने की प्रेरणा दे रही हैं।
अगर आप भी कहानियाँ या कविताएँ लिखते हैं और बतौर लेखक आगे बढ़ना चाहते हैं तो हमसे ज़रूर सम्पर्क करें storiesdilse@gmail.com पर। आप हमें अपनी रचनाएँ यहाँ भी भेज सकते हैं: https://storiesdilse.in/submit-your-stories-poems/
1,090 total views
👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌