आज गणेश चौथ है,
गणपति जी का दिन आया है।
करो स्वागत सब मिलकर,
आये गणपति हमारे घर ।
खुशी मनाओ मंगल गाओ ,
गणपति आये दुख दूर करने को ।
साथ में लाये रिद्धि सिद्धि को,
गणपति करेंगे खुशियों की बौछार।
जब जब गणपति है आते घर,
तब तब सब के कष्ट मिटते ।
जीवन के घर दुख दर्द को,
गणपति पल में दूर कर देते।
प्रथम देवता गणपति हमारे,
शिव पार्वती के पुत्र है प्यारे।
मूशक है इनकी सवारी,
करता है ये गणपति की सेवा ।
लड्डू मोदक का लगता भोग,
मिट जाते हैं सब के रोग।
दया के सागर सुख के करता,
गणपति हमारे प्रथम देवता ।
जय श्री गणेश
चित्र के लिए श्रेय: starline
1,358 total views
Beautiful poem with simplicity
Thank you
उत्तम विचारोद्घाटन के लिए भूरि-भूरि
शुभाभिनन्दनग्रहण हो।